डूंगरपुर। नगर परिषद के पूर्व सभापति व चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष के.के. गुप्ता आमजनों से स्वयं व परिवार की सुरक्षा हेतु आमजनों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करने में जुटे हुए हैं। गुप्ता ने कहा कि भारत में वैक्सीनेशन अभियान का आगाज हो चुका है। पहले चरण में लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी जा रही है और इसके ठीक एक महीने बाद वैक्सीन की दूसरी डोज दी जाएगी। कोरोना से लड़ाई में वैक्सीन की दोनों डोज जरूरी हैं।
के.के. गुप्ता ने भी लोगों से वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने को कहा हैं। वायरोलॉजिस्ट्स कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज का सख्ती से पालन करने की सलाह दे रहे हैं। उनका कहना है कि वैक्सीन की पहली डोज शरीर में लॉन्चपैड के रूप में कार्य करती है और इम्यून रिस्पॉन्स को गति देती है जबकि दूसरी डोज इम्यून रिस्पॉन्स को वायरस के खिलाफ मजबूत बनाती है।
वैक्सीन की पहली डोज इम्यूनोलॉजिकल रिस्पॉन्स बनाती है जिससे तीन से चार हफ्तों के बीच में बॉडी में न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी बनने लगती हैं। वैक्सीन की दूसरी डोज शरीर में एंटीबॉडी के साथ-साथ टी सेल्स बढ़ाने का काम करेगी। ये वायरस पर इम्यून रिस्पॉन्स के साथ मिलकर काम करती हैं। इसके अलावा वैक्सीन की दूसरी डोज से दोहरी सुरक्षा मिलेगी।’ वैक्सीन की पहली डोज निश्चित तौर पर कुछ समय के लिए वायरस पर काम करेगी लेकिन दूसरी डोज एंटीबॉडी को कई गुना बढ़ा देगी जिससे वायरस के खिलाफ लंबी इम्यूनिटी मिलेगी। इसका सीधा सा मतलब है कि वैक्सीन दो महीने में वायरस के खिलाफ पूरी तरह से सुरक्षा देगी। कोरोना वायरस वैक्सीन लेने के बाद भी लोगों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करना होगा तभी इस वायरस से पूरी तरह से आजादी मिल सकेगी।
Related Posts
कोरोना में Remdesivir इंजेक्शन कितना कारगर, जानें विशेषज्ञों की जुबानी
क्या रेमडेसिविर के बिना कोई कोरोना संक्रमित मरीज सही नहीं हो सकता? क्या रेमडेसिविर इंजेक्शन ही कोरोना संक्रमित मरीजों की जान बचा सकता है? ऎसे कई सवाल हैं, जो कोरोना संक्रमित और उनके परिजनों को इन दिनों परेशान कर रहे हैं।कुछ ऎसे ही सवालों का जवाब जानने के लिए हमने बात की कुछ विशेषज्ञों से और उनसे जाने कोरोना के दौरान रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत के बारे में। विशेषज्ञों का मानना है कि हर कोरोना संक्रमित मरीज को रेमडेसिविर इंजेक्शन लगवाने की जरूरत नहीं है
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य एवं प्रशासनिक अधिकारियों को दिए निर्देश, राजस्थान में नाइट कर्फ़्यू व लॉकडाउन अभी नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुधवार को प्रधानमंत्री के साथ सभी राज्यों की बैठक में यह बात सामने आई है कि पूरे देश में संक्रमण फिर से बढ़ रहा है और कई राज्यों में हालात बहुत अधिक चिंताजनक हो गये हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आने वाले दिनों में प्रदेश में संक्रमण की किसी भी गंभीर स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए ऑक्सीजन प्लांट, टेस्टिंग लैब, क्वारेंटाइन और कन्टेमेन्ट जोन जैसी सुविधाओं को दुरूस्त करें और आवश्यकतानुसार उपयोग के लिए तैयार रखें।
प्रदेश में गर्मियों में पेयजल प्रबंधन सभी जिलों में सुचारू पेयजल आपूर्ति के लिए कलक्टर्स को सतत मॉनिटरिंग के निर्देश
राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में गर्मिर्यों में सफल पेयजल प्रबंधन के लिए जिला कलक्टर्स को…