इंटरनेट आज की दुनिया में रोटी, कपडा और मकान के बाद इंसान की एक एहम जरूरतों में से एक है। लेकिन जिस तरह एक सिक्के के दो पहलु होते है उसी तरह इंटरनेट के फायदों के साथ साथ नुकसान की सूची भी काफी लम्बी है। दुनिया में बढ़ते अपराधों ने भी तकनीकी मोड़ ले लिया है। दुनिया में जहाँ इंटनेट का अविष्कार लोगो की सुविधा बढ़ाने के लिया किया गया था, आज वही इंटरनेट अपराधों के बढ़ने का माध्यम भी हो चुका है।
आज की दुनिया में बढ़ते दहशत भरे कारनामो को देखते हुए, इंसान अपने पैसों को सबसे ज्यादा सुरक्षित बैंक में ही महसूस करता है, बैंको ने भी लोगो की सुविधा में कोई कसर नहीं छोड़ी है, तरह तरह के सुविधाजनक प्रस्तावों के साथ लोगो का विश्वास पाया है। क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग जैसी अन्य कई सुविधाएं उपलब्ध है। जहाँ एक और इन सब का उद्देश्य काम को आसान करना था , वही कुछ बीमार मानसिकता वाले लोगो ने इसे भी अपकर्मो का जरिया बना लिया है।
इन दिनों बिना ओटीपी के पैसे निकलने के मामले सामने आ रहे है, वाईफाई स्कीमर जैसे उपकरणों के साथ, लोग आपके क्रेडिट कार्ड , एटीएम कार्ड का सभी डाटा और पिन नंबर चुरा लेते है। ये डाटा डिवाइस अपनी मेमोरी में सुरक्षित स्टोर कर लेता है, जिसके ज़रिये कार्ड क्लोनिंग की जा सकती है।
स्कीमर डिवाइस क्या है ?
स्कीमर डिवाइस, एटीएम कार्ड कार्ड स्वाइप कर उस कार्ड का डाटा चुरा लेने वाला एक डिवाइस है। इस डिवाइस को स्वाइपिंग मशीन में उपयोगकर्ता की नज़रो से बचा कर लगाया जाता है। पर इस बढ़ते तकनीकी दौर में, एटीएम में स्किमर डिवाइस नहीं होने के बाद भी साइबर एक्सपर्ट (Cyber expert) के कार्ड का डेटा और पिन चोरी करना मुमकिन हो गया है। साइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार एटीएम बूथ से कुछ दूरी पर रखे एक स्किमर डिवाइस से भी डाटा चुरा लिया जा सकता है। यह डिवाइस आपके कार्ड का डाटा 100 मीटर की दुरी से भी चुरा सकता है।
इन सब से बचने का एक मात्र सबसे बेहतर उपाय सतर्क रहना ही माना गया है। इन सब तरीको के अपराधों के लिए सरकार द्वारा कुछ सुरक्षा उपाय बताये गए है , जो कुछ इस प्रकार है :
•वाईफाई स्कीमर डिवाइस के आ जाने से ठगी होना ज्यादा आसान हो गया है, इसलिय डेबिट कार्ड के इस्तेमाल से बचे।
•बाज़ार में कई तरह के स्कैनर कोड उपलब्ध है, कार्ड के बजाय उनके इस्तेमाल से डाटा चोरी होने की सम्भावनाये काफी स्टार तक काम हो जाएगी।
•समय समय पर अपने एटीएम कार्ड का पासवर्ड बदलते रहे।
•अपने कार्ड को लेदर या ब्लॉकिंग पॉकेट के अंदर रखे अथवा एक्सपोज़र को रोकने के लिए आर ऍफ़ आई डी [रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन] के पॉकेट में रखे।
•एस बी आई के योनो ऍप में एटीएम को बंद चालू करने की सुविधा का इस्तेमाल करते हुए आप अपने एटीएम को जरुरत के वक्त ही चालू रखे, ये अप्पके खाते को और भी ज्यादा सुरक्षित रखने में सक्षम रहेगा।
•बैंको को भी अपने अपने स्तर पर कार्ड की जांच करते रहना चाहिए ताकि कोई भी तरीके का क्लोनिग डिवाइस या ट्रैकर लगा हो तो तुरंत पता लगाया जा सके।