महाकुंभ मेला भारतीय संस्कृति और आध्यात्म का एक अद्भुत संगम है, लेकिन यहां जाना एक अलग अनुभव और तैयारी की मांग करता है। अगर आप भी इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने की योजना बना रहे हैं, तो इन महत्वपूर्ण जानकारियों को जरूर पढ़ें:
यात्रा के दौरान चलना होगा काफी
• आपको अपने सामान के साथ 6-8 किमी पैदल चलना पड़ेगा। यदि आप ट्रेन से आते हैं, तो यह दूरी 10 किमी तक हो सकती है।
• यदि आप मुख्य स्नान दिवस पर आ रहे हैं, तो आपको अतिरिक्त कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
रहने की व्यवस्था
• केवल टेंट उपलब्ध हैं, जिनका किराया ₹10,000 प्रतिदिन है, और इसमें कोई अतिरिक्त सुविधा शामिल नहीं है।
• 1.5 लाख मुफ्त टेंट उपलब्ध हैं, लेकिन वे विभिन्न बाबाओं के शिविरों में आवंटित किए गए हैं।
• टेंट बुक करने के लिए इन वेबसाइट्स का उपयोग करें:
https://kumbh.gov.in/
https://kumbhcamp.org/
मुख्य स्नान दिवस से बचें
• मुख्य स्नान दिवस पर भारी भीड़ के कारण रास्ते बंद या डायवर्ट किए जा सकते हैं।
• अमृत स्नान के दिन बाबाओं और नागा साधुओं का स्नान सुबह 5:30-7 बजे होता है। उसके बाद स्नान करने वालों की संख्या अचानक बढ़ जाती है।
यातायात और परिवहन सुविधाएं
• कुंभ मेले के दौरान कोई ऑटो, ई-रिक्शा, या ओला जैसी सेवाएं उपलब्ध नहीं होतीं।
• अगर आप वाराणसी से सड़क मार्ग से आते हैं, तो आपको झूंसी में उतारा जाएगा, जो संगम से 6 किमी दूर है।
भोजन और अन्य सुविधाएं
• कई मुफ्त भंडारे (सामुदायिक रसोई) उपलब्ध हैं, जहां आपको स्वादिष्ट व्यंजन मिलेंगे।
• मुख्य संगम क्षेत्र में 2 लाख टॉयलेट उपलब्ध हैं। महिलाओं के लिए गुलाबी और पुरुषों के लिए नीले रंग के टॉयलेट चिन्हित हैं।
महत्वपूर्ण सुझाव
1. सामान कम रखें: केवल वही सामान लाएं, जिसे आप खुद उठा सकें।
2. पहचान के चिन्ह: अपने समूह के लिए एक समान रंग की टोपी, झंडा, या अन्य पहचान योग्य वस्तु जरूर रखें।
3. पैदल चलने के लिए तैयार रहें: आरामदायक जूते और कपड़े पहनें।
4. भीड़ में सावधानी: भगदड़ से बचने के लिए सतर्क रहें और अपने समूह के साथ रहें।
5. संचार: सबसे अच्छा नेटवर्क Jio का है। साथ ही, पावर बैंक जरूर लाएं।
6. ठंड से बचाव: संगम का पानी और मौसम दोनों काफी ठंडे होते हैं, इसलिए गर्म कपड़े लेकर आएं।
7. गाइडेड टूर: यदि आप ज्यादा सुविधा चाहते हैं, तो ₹45,000-50,000/दिन की VIP सेवा ले सकते हैं।
संगम क्षेत्र और स्नान व्यवस्था
• संगम क्षेत्र में ही स्नान करें। बाईं ओर गंगा नदी और दाईं ओर यमुना नदी है।
• सुबह 7 बजे से रात 3 बजे के बीच भीड़ कम होती है, यह समय स्नान के लिए उपयुक्त है।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
• संगम क्षेत्र के आसपास लॉकर और क्लोक रूम की सुविधा नहीं है।
• मुख्य स्नान दिवस पर प्रयागराज संगम स्टेशन बंद रहेगा। नजदीकी स्टेशन झूंसी और प्रयाग जंक्शन हैं।
• अगर आप मेले में खो जाते हैं, तो 10 अलग-अलग टावर हैं जहां आप घोषणा कर सकते हैं।
महाकुंभ में जाना एक अद्वितीय अनुभव है, लेकिन इसके लिए सही तैयारी बेहद जरूरी है। इन सुझावों को अपनाकर आप इस यात्रा को सुरक्षित और आनंदमय बना सकते हैं।
आपकी कुंभ यात्रा शुभ हो!
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