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Arvind Singh Mewar
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Arvind Singh Mewar (born 13 December 1944) is an Indian businessman and chairman of HRH Group of Hotels. Arvind and his brother Mahendra both claim to be the 76th custodian of the House of Mewar. The Maharanas of Udaipur are custodians of the kingdom on behalf of Sri Eklingji (Lord Shiva). He is the second son of Bhagwat Singh Mewar and younger brother of Mahendra.
क्षत्रिय समाज अपनी कुल परम्पराओं और अधिकारों को विस्मृत न करें – श्रीजी अरविन्द सिंह मेवाड़
कच्छ राजवंष के तीसरे पूर्व शासक, 85 वर्षीय महाराव प्रागमल (तृतीय)
की ऑनलाइन शोक सभा में मेवाड़ ने रखे अपने विचार।
महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल उदयपुर को लगातार पांचवे वर्ष ‘‘बेस्ट स्कूल अवार्ड’’
शिक्षा जगत की एशिया में प्रख्यात "Education World" Magazine समूह द्वारा ‘‘अवार्ड ऑन विल्स’’ कार्यक्रम के तहत विद्यालय प्रांगण में महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल को सह-शिक्षा स्कूल वर्ग में "सर्वश्रेष्ठ स्कूल" का सम्मान दिया गया।
मेवाड़ के 76 वें वंशधर श्रीजी अरविन्द सिंह मेवाड़ के 76 वें जन्मदिवस पर सादर समर्पित
मेवाड़ के 76 वें वंशधर श्रीजी अरविन्द सिंह मेवाड़ के 76 वें जन्मदिवस पर सादर समर्पित
अश्व पूजन की परम्परा का भंवर बाईसा मोहलक्षिका कुमारी मेवाड़ ने निर्वहन किया
अश्विन शुक्ल नवरात्रि की नवमीं पर मेवाड़ वंश परम्परा के अनुरूप सम्पन्न हुई ‘अश्व पूजन’ की अनवरत परम्परा। इस वर्ष भंवर बाईसा मोहलक्षिका कुमारी जी मेवाड़ द्वारा पुरोहितजी व पण्डितों के मंत्रोच्चारण के साथ ‘लीला की पायगा’ में अश्व पूजन किया गया।
Dusherra and Khejari Poojan | Royal Mewar Traditions
The celebrations of Vijaidashmi on Ashvin Shukla Dashmi have many royal Mewar traditions attached to it. One of them used to be Ahida ki Shikar, the first hunting expedition in the new hunting season after the rains; to go on important expeditions and to form a strong bond between the Maharana and the nobles, for which a feast used to be organized in the Palace.
रक्षाबंधन के पावन पर्व पर मेवाड़ परिवार के भँवरसाहिब हरितराज सिंह मेवाड़ का मेवाड़ आगमन पर हुआ भव्य स्वागत
उदयपुर, 3 अगस्त 2020 | शैव सम्प्रदाय की पावन श्रावणी पूर्णिमा एवं रक्षाबंधन पर्व पर मेवाड़ अधिपति परम परमेश्वरांजी महाराज श्री एकलिंगनाथजी के शुभाशीष से श्रीजी अरविन्द सिंह मेवाड़ के सुपौत्र तथा श्री लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के सुपुत्र हरितराज सिंह मेवाड का हुआ मेवाड़ आगमन।