गाइडलाइन के मुताबिक छात्रों को महाविद्यालय स्तर पर आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगले आगामी शैक्षणिक सत्र में प्रोमोट किया जाएगा. जबकि अंतिम वर्ष के छात्रों का शैक्षिणिक और इंटर्नशिप ऑनलाइन माध्यम से क्लास और skill lab द्वारा मूल्यांकन करवाया जाएगा.
जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Coronavirus Pandemic) के मद्देनजर राजस्थान में नर्सिंग के छात्रों के लिए राहत भरी खबर है. नई दिल्ली स्थित भारतीय नर्सिंग परिषद ने लगभग 50 हजार नर्सिंग छात्रों को बड़ी राहत देते हुए उन्हें बिना परीक्षा अगले शैक्षणिक सत्र में प्रमोट करने का निर्णय लिया है हालांकि ये निर्देश अंतिम वर्ष के नर्सिंग छात्रों पर लागू नहीं होगा.
भारतीय नर्सिंग परिषद (Nursing council of india), नई दिल्ली की कार्यकारी समिति के सदस्य डॉ. जोगेंद्र शर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते भारतीय नर्सिंग परिषद ने छात्रों को (अंतिम वर्ष के छात्रों को छोड़कर) अगले शैक्षिणिक सत्र में प्रमोट करने के निर्णय के संबंध में गाइडलाइन जारी की है.
आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर प्रमोट
छात्रों को महाविद्यालय स्तर पर आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगले आगामी शैक्षणिक सत्र में प्रोमोट किया जाएगा. जबकि अंतिम वर्ष के छात्रों का शैक्षिणिक और इंटर्नशिप ऑनलाइन माध्यम से क्लास और skill lab द्वारा मूल्यांकन करवाया जाएगा. क्लिनिकल और skill lab में उपस्थिति में राहत देते हुए इसे 80% कर दिया गया है. अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा लॉकडाउन ख़त्म होने व आवागमन की सुविधा प्रारम्भ होने के बाद शीघ्र अतिशीघ्र करवाए जाएंगे ताकि उनके करियर का नुक़सान न हो.
मेरिट के आधार पर होगी प्रवेश प्रक्रिया
नए सत्र में प्रवेश के लिए भी गाइडलाइन जारी कर कहा गया है कि यदि ऑनलाइन परीक्षा सम्भव नहीं हुई तो छात्र के last qualifying exam के अंक की मेरिट के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया करवाई जाएगी. कोरोना संकट के इस काल में परिषद के इस निर्णय से नर्सिंग छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी.