कोविड-19 अपशिष्ट के कारण उत्पन्न परिस्थितियों से मुकाबला करने के लिए ऑनलाईन ट्रेनिंग
जयपुर,18 जून। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल द्वारा इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वेस्ट मैनेजमेंट (आई आई डब्ल्यू एम) के सहयोग से कॉमन बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट फैसिलिटीज, कोविड अस्पतालों और क्वारेंटाइन सेंटर्स में कोविड अपशिष्ट के कारण उत्पन्न परिस्थितियों से मुकाबला करने के लिए ऑनलाईन ट्रेनिंग आयोजित की गई। इस ट्रेनिंग में हेल्थ डिपार्टमेण्ट, कॉमन बायोमेडिकल वेस्ट फेसेलिटिज एवं राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। ऑनलाईन ट्रेनिंग के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अध्यक्ष श्री पवन कुमार गोयल ने कोविड- 19 वेस्ट का वैज्ञानिक तरीके से सुरक्षित निस्तारण एवं इस संबंध में केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की पालना करने पर जोर दिया।
इस अवसर पर आई आई डब्ल्यू एम की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर सुश्री पी. बिनीशा, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट विशेषज्ञ श्री सैयद फरीदउद्ीन एवं अन्य विषय-विशेषज्ञों द्वारा कोविड-19 के संदर्भ में अस्पतालों में अपशिष्ट प्रबंधन पर केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा जारी दिशा-निर्देश, पर्यावरण सेनटाईजेशन, अस्पतालों एवं कॉमन बायोमेडिकल फेसेलिटिज में संक्रमण नियंत्रण, पीपीई की आवश्यकता एवं काम में लिये गये पीपीई के सुरक्षित निस्तारण तथा अस्पतालों से उत्पन्न तरल अपशिष्ट प्रबंधन जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गयी।
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल के सदस्य सचिव डॉ. विजय सिंघल ने ट्रेनिंग के विभिन्न सत्रों में दी गयी जानकारी को बहुत ही उपयोगी बताते हुए सभी हितधारकों से अनुरोध किया कि वे इस जानकारी को व्यवहार में लाये ताकि कोविड-19 के खतरों से प्रभावी ढ़ंग से निपटने में सहायता मिल सकें।
Related Posts
वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए EPF ग्राहकों को 8.15 प्रतिशत ब्याज दर की अनुशंसा की
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में आज नई…
प्रदेश के 9 शहरी क्षेत्रों में शाम 8 से सुबह 6 बजे तक तथा उदयपुर में शाम 6 बजे से नाइट कफ्र्यू
कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए राज्य सरकार ने 30 अप्रेल तक प्रदेश के 9 शहरी क्षेत्रों में शाम 8 से सुबह 6 बजे तक तथा उदयपुर में शाम 6 बजे से नाइट कफ्र्यू लागू कर इसकी कड़ाई से पालना तथा सभी जिलों में कंटेनमेंट जोन चिन्हित कर उनमें जीरो मोबिलिटी सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है।
Action taken against menace of touting of railway tickets
Catering to a nation with population exceeding 1.3 billion, the passenger transport of Indian Railways faces very high…