स्कूलों को स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की सभी दिशा-निर्देशों का पालन करना जरूरी होगा. वहीं, स्कूल, कॉलेज, शैक्षिक संस्थान और कोचिंग संस्थान 30 सितंबर तक नियमित कक्षाएं नहीं ले सकेंगे.
जयपुर. कोरोना संकट के बीच 1 सितंबर से शुरू होने वाले अनलॉक-4 (Unlock-4) के लिए राज्य के गृह विभाग ने शनिवार को गाइडलाइन (Guideline) जारी कर दी. 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्र अपनी मर्जी से ही स्कूल (School) जा सकेंगे. इसके लिए उन्हें अभिभावकों से अनुमति लेनी होगी. यह गाइडलाइन 30 सितंबर तक लागू रहेगी. केंद्र सरकार ने राज्यों को 50 फीसदी तक टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के साथ स्कूल-कॉलेज खोलने की अनुमति दी थी. केंद्र की अनलॉक 4 की गाइडलाइंस में कहा गया है कि 21 सितंबर से 50 फीसदी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ (Non Teaching Staff) को वर्किंग के लिए बुलाया जा सकता है. बता दें कि अनलॉक- 4 में सरकार ने लोगों को कई और क्षेत्रों में राहत दी थी.
नहीं होगी नियमित कक्षाएं
स्कूलों को स्वास्थ्य मंत्रालय की
सभी दिशा-निर्देशों का पालन करना जरूरी होगा. वहीं, स्कूल, कॉलेज, शैक्षिक संस्थान और कोचिंग संस्थान 30 सितंबर तक नियमित कक्षाएं नहीं ले सकेंगे. यानी ये सभी संस्थान नियमित एक्टिविटी के लिहाज से 30 सितंबर तक पूरी तरह से बंद रहेंगे. इसके अलावा मास्क पहनना, भौतिक दूरी का पालन करना, थर्मल स्कैनिंग और हाथ धोना या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना आवश्यक होगा. केंद्र की एसओपी में दिशा-निर्देश के अनुसार, 21 सितंबर से स्कूल खोले जा सकते हैं, लेकिन सरकार के दिशा-निर्देशों को मानना होगा. नए दिशा निर्देशों के अनुसार, केवल 9वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र ही स्वेच्छा से स्कूल जा सकते हैं. लेकिन, स्कूल/कॉलेज कंटेनमेंट जोन में है तो उन्हें खोलने की अनुमति नहीं होगी. यानी की नॉन कंटेनमेंट जोन में ही स्कूल खोलने की अनुमति होगी. वहीं, छात्र शिक्षकों का मार्गदर्शन के लिए अपनी मर्जी से स्कूल जा सकते हैं, लेकिन इसके लिए पैरेंट्स की लिखित में सहमति लेनी होगी.
6 फीट की दूरी को अनिवार्य शिक्षकों और छात्रों के बीच
6 फीट की दूरी को अनिवार्य किया गया है. स्कूल के प्रवेश गेट पर ही थर्मल स्कैनिंग की जाएगी और उसके बाद ही स्कूल कैंपस में प्रवेश दिया जाएगा. स्कूलों में सैनिटाइजेशन के साथ ही हाथ धोने के लिए साबुन भी रखना होगा. एसओपी में यह स्पष्ट किया गया है कि बच्चों को स्कूल जाने के लिए किसी भी तरह से बाध्य नहीं किया जाएगा. अगर बच्चे चाहते हैं कि वह स्कूल जाकर किसी विषय से संबंधित अपने अध्यापक से कोई परामर्श लें, तो ऐसे में वह स्कूल आ सकते हैं. उसके लिए वह अपने अभिभावकों की लिखित अनुमति मिलने के बाद ही स्कूल आ सकेंगे.
प्रार्थना करवाने पर रहेगी रोक
छात्रों को स्कूल के कैंपस में एकत्र नहीं होने दिया जाएगा. साथ ही खेलकूद की गतिविधियां और प्रार्थना भी नहीं करवाई जाएगी. जिस छात्र में जुखाम,खांसी और बुखार जैसे लक्षण दिखेंगे, उन्हें स्कूल में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी. अगर कोई बच्चा बीमार महसूस करता है तो उसकी तुरंत जानकारी अधिकारियों को शिक्षकों को देनी होगी. इसके साथ ही कैंपस में साफ सफाई की व्यवस्था का भी पूरा प्रबंध किया जाएगा.
Its not the time to open schools and colleges.This is the peak time and corona has been spread in every colony .in this time if children go to schools or colleges it will spread more..what if this year only online classes are run by schools and colleges..Nothing is more important then the safety of children.
Its not the time to open schools and colleges.This is the peak time and corona has been spread in every colony .in this time if children go to schools or colleges it will spread more..what if this year only online classes are run by schools and colleges..Nothing is more important then the safety of children.
Ashok Gehlot ji look how India is entering the stage three of corona I think u r decision is not correct
Very bad decision by Gehlot government
Wrong decision
Instead of schools open the colleges as there are less students in colleges.
सरकार द्वारा कोरोनावायरस को बढाने का कार्य किया जा रहा है कल को यदि कोई इफेक्टिव हो गया और उस वजह से उसकी जान चली गई तो उसका जिम्मेदार क्या सरकार खुद को मानेगी
Respected sir if anything happens wrong with us ,ie we got infected ,then who will be responsible Ashok sir or modi
144 is ruled in Rajasthan. Acc to which not more than 5 ppl cn be present at the same place, as we all know.
Schools hv re-opened during this time. Govt has forgotten 144 or it doesn’t implies on schools.
I was thinking the same…
Its time not to open school and colleges because its time spread of covid-19 ,if this time will be open institutes that virus spread more,,so i am humble request to government of Rajasthan that this year online classes is more necessary,, first of all safety of childrens than education,,
Thank you
Its not the time to open schools and colleges.This is the peak time and corona has been spread in every colony .in this time if children go to schools or colleges it will spread more..what if this year only online classes are run by schools and colleges..Nothing is more important then the safety of children.
Ek taraf dhara 144 laga rahe ho aur doosri taraf schools aur colleges open kar rahe ho…kyu logo ki life ke saath mazaak kar rahe ho CM sahab.???
Zindagi rahi to ek saal aur zyada padhai kar lenge students aur waise bhi rahi baat new recruitments ki to wo youth ke liye sapana hi hai so thik before any announcement…it is our humble request to you and your team..best of luck amd Take Care…👍
Good disigion in education sidehmai abhi Corona Kai sath hi Gina shikna hoga education sanstha open hona chaeyai sir
Can u tell when corona peak will go ? You can’t stop academic for long time. Each and every students have not facility of online.
By the this rule is not mandatory, this is optional. If u have online facility there is no need to go. So think for everyone.
Please think about to private teacher his condition is very bad due to the covid19 and school are not running .
Good decision sir n it’s better to open colleges soon as students are more mature in colleges.
Very good decision ashok ghalotji it is right time to open school I will respect your decision