अमेरिका में कोरोनावायरस का कहर तेजी से बढ़ रहा है। यहां 24 घंटे में एक लाख से ज्यादा केस सामने आए। यूरोप में हालात और खराब होते जा रहे हैं। इसे लेकर डब्ल्यूएचओ ने वॉर्निंग भी दी है। वहीं, रूस में शुक्रवार को कोरोना के रिकॉर्ड 20 हजार 582 नए मामले सामने आए। राजधानी मॉस्को में 6 हजार 253 नए मामले सामने आए। रूस में अब तक कुल 17 लाख 33 हजार 440 लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है।
दुनिया में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 4.92 करोड़ से ज्यादा हो गया है। 3 करोड़ 50 लाख 90 हजार 49 मरीज रिकवर हो चुके हैं। अब तक 12.42 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।
अमेरिका में संक्रमण और तेज
अमेरिका में संक्रमण की रफ्तार बहुत तेजी से बढ़ रही है। ‘द गार्जियन’ के मुताबिक, 8 दिन में तीसरी बार आंकड़ा एक लाख से ज्यादा हुआ। बुधवार को यहां 1 लाख 16 मामले सामने आए। इसके एक दिन पहले यानी मंगलवार को एक लाख 14 हजार मामले सामने आए थे। चुनावी रैलियों का दौर थम चुका है, लेकिन अब भी सियासी जोर आजमाइश जारी है। भीड़ तो है ही, लोग मास्क लगाने से भी परहेज कर रहे हैं।
WHO की चेतावनी
WHO के मुताबिक, यूरोप में हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं और ये खतरनाक स्तर पर पहुंचने लगे हैं। फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, बेल्जियम और इटली में कोरोना की दूसरी लहर घातक साबित हो रही है। फ्रांस में हर दिन 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इसके अलावा जर्मनी और बेल्जियम में 30 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। सरकारों की दिक्कत ये है कि वे जब भी सख्ती करती हैं, तभी विरोध शुरू हो जाता है। संगठन के यूरोप प्रभारी हेन्स क्लूज ने कहा- हम यहां कोरोना विस्फोट देख रहे हैं। 10 लाख से ज्यादा मामले 2 दिन में सामने आए हैं। हमें बहुत ईमानदारी से इन हालात का मुकाबला करना होगा।