नवंबर 2020 में एनडीए को 19 राज्यसभा सीटें और मिल जाएंगी. इनमें से ज्यातादर उत्तर प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु, गुजरात और मध्य प्रदेश से मिलेंगी. इन प्रांतों की सीटों को जीतने के बाद गठबंधन की राज्यसभा में 125 सीटे हो जाएंगी, जबकि इस सदन में बहुमत के लिए केवल 123 सीटें चाहिए. उसके बाद पिछले 15 सालों में यह भारत की पहली ऐसी सरकार होगी जिसका देश के उच्च सदन में बहुमत होगा.
इनमें से अधिकतर सीटें उत्तर प्रदेश से आएंगी जहां विधानसभा में अधिकतम सीटें 403 हैं और भाजपा ने 310 सीटें जीती हैं. पार्टी को 6 सीटें तमिलनाडु से भी मिलेंगी जिसके लिए पार्टी AIADMK को धन्यवाद ज्ञापित करेगी. पार्टी को 3 सीटें असम से, दो राजस्थान से और शायद 1 सीट ओडिशा से भी मिल सकती है. ओडिशा की एक सीट के लिए भाजपा बीजेडी पर निर्भर रहेगी.
भाजपा को एक-एक सीटें कर्नाटक, मिजोरम, मेघालय, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से भी मिलेंगी, जबकि पार्टी को राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से कुछ सीटों का नुकसान भी होगा.
इसी साल (2019) के आखिरी महीनों में महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड विधानसभा के चुनाव होंगे. यदि इन राज्यों में भाजपा नीत एनडीए बेहतर प्रदर्शन करता है तो इससे एनडीए का आधार 2020 के नवंबर तक सदन के उच्च सदन में मजबूत हो जाएगा. अभी से लेकर नवंबर 2020 तक 75 राज्यसभा सीटों पर निर्वाचन कराया जाएगा.