हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका अपना मकान हो। राज्य सरकार लोगों का यह सपना साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। राजस्थान आवासन मण्डल गुणवत्ता, समयबद्धता और विस्तार पर फोकस करते हुए इस दिशा में मिशन भावना के साथ काम करे।
निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राजस्थान आवासन मण्डल की 25 परियोजनाओं के शिलान्यास एवं शुभारम्भ समारोह को संबोधित किया। 14 आवासीय योजनाओं एवं 4 मुख्यमंत्री जन आवास योजनाओं का शुभारम्भ और 7 परियोजनाओं का शिलान्यास करने के साथ ही उनकी पुस्तिकाओं का विमोचन किया। साथ ही राणा सांगा मार्केट, प्रताप नगर, जयपुर का भी शुभारंभ किया। इस अवसर पर गुणवत्ता नियंत्रण के लिए बनाए गए मोबाइल एप ‘आरएचबी सजग‘ को लॉंन्च किया और पुस्तिका का विमोचन किया।
समाज के आर्थिक दृष्टि से कमजोर और अल्पआय वर्ग के लोगों को गुणवत्तायुक्त आवास उपलब्ध करवाना भी गुड गवर्नेंस का हिस्सा है। इसमें आवासन मण्डल की बड़ी भूमिका है। जनता की आशा और अपेक्षाओं के साथ ही आबादी के अनुरूप आवासन मण्डल प्रदेशभर में आवासीय योजनाओं के लिए मास्टर प्लानिंग करे, जिससे 50 साल पहले जिस उद्देश्य के साथ हाउसिंग बोर्ड की स्थापना की गई थी, वह साकार हो सके।
पूर्ववर्ती सरकार में राजस्थान आवासन मण्डल को सफेद हाथी के रूप में देखा जा रहा था और इसे बंद करने की नौबत आ गई थी, लेकिन वर्तमान राज्य सरकार की इच्छाशक्ति और आवासन मण्डल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के समर्पण भाव से काम करने का ही परिणाम है कि मण्डल को नया जीवन मिला है।
आगे भी मण्डल इसी भावना के साथ काम कर अपनी गुडविल मजबूत करे। नई परियोजनाओं के शुभारम्भ से लोगों को न केवल छत मिलेगी, बल्कि पार्क, कोचिंग हब, ओपन जिम, ओपन थियेटर, फूड कोर्ट, वॉक-वे जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी।
नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री श्री शांति धारीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री की जनहितैषी सोच का ही परिणाम है कि आज जयपुर में सिटी पार्क जैसे बडे़ उद्यान की परियोजना मूर्त रूप ले रही है। साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए अपने मकान का सपना साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि बंद होने की कगार पर खड़ा आवासन मण्डल आज राज्य सरकार के प्रयासों के कारण तेजी से दौड़ रहा है।
आवासन मण्डल के आयुक्त श्री पवन अरोड़ा ने प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि विगत दस माह में ही राजस्थान आवासन मण्डल ने विभिन्न आवासीय एवं वाणिज्यिक सम्पत्तियों का विक्रय कर करीब 1400 करोड़ रूपए का राजस्व अर्जन किया है, जो एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि राजस्व अर्जन के साथ-साथ मण्डल ने कई जनोपयोगी निर्णय लेकर उन्हें मूर्तरूप देने का प्रयास किया है।
इस अवसर पर स्वयं की ओर से सिटी पार्क, मानसरोवर में रोपित करने के लिए कल्पवृक्ष का जोड़ा आयुक्त को सौंप कर पौधारोपण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। साथ ही नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री श्री शांति धारीवाल और श्री पवन अरोड़ा को रूद्राक्ष का पौधा सिटी पार्क में रोपित करने के लिए सौंपा। सिटी पार्क में करीब 21 हजार पौधे लगाए जाएंगे।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री राजीव स्वरूप, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्री निरंजन आर्य, सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त श्री महेन्द्र सोनी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इन 14 आवासीय योजनाओं का हुआ शुभारम्भ
- वाटिका आवासीय योजना, सांगानेर, जयपुर
- महला आवासीय योजना, अजमेर रोड़, जयपुर
- महात्मा ज्योतिराव फुले आवासीय योजना, नसीराबाद (अजमेर)
- निवाई आवासीय योजना, निवाई (टोंक)
- मुख्यमंत्री राज्य कर्मचारी आवासीय योजना, प्रताप नगर, जयपुर
- वीकएण्ड होम पंजीकरण योजना-2020, नायला, जयपुर
- पटेल नगर विस्तार-भाग-2 आवासीय योजना, भीलवाड़ा
- शाहपुरा आवासीय योजना, भीलवाड़ा
- शास्त्री नगर आवासीय योजना, भीलवाड़ा
- अटल नगर आवासीय योजना, भीण्डर, उदयपुर
- द्वारकापुरी योजना, सविना द्वितीय एवं दक्षिण विस्तार आवासीय योजना-उदयपुर
- महात्मा गांधी सम्बल आवासीय योजना, बड़ली, जोधपुर
- मानपुर आवासीय योजना, आबूरोड़ शहर, जिला सिरोही
- खोड़ा गणेश फेज चतुर्थ आवासीय योजना किशनगढ (अजमेर)
चार मुख्यमंत्री जन आवास योजनाओं का शुभारम्भ - मुख्यमंत्री जन आवास योजना, सेक्टर-3, प्रताप नगर, जयपुर
- मुख्यमंत्री जन आवास योजना, सेक्टर-28, प्रताप नगर, जयपुर
- मुख्यमंत्री जन आवास योजना, सेक्टर-7 (जी.एच.3), इंदिरा गांधी नगर, जयपुर
- मुख्यमंत्री जन आवास योजना, सेक्टर-7 (जी.एच.4), इंदिरा गांधी नगर, जयपुर
इन 7 योजनाओं का किया शिलान्यास - कोचिंग हब, प्रताप नगर, जयपुर
- सिटी पार्क, मानसरोवर, जयपुर
- महात्मा गांधी सम्बल आवासीय योजना, बड़ली, जोधपुर
- जोधपुर चौपाटी, जोधपुर
- कोटा चौपाटी, कोटा
- सामुदायिक केन्द्र, सेक्टर-3 प्रताप नगर, जयपुर
- सामुदायिक केन्द्र, सेक्टर-26 प्रताप नगर, जयपुर
पुरे राजस्थान कि मास्टर प्लान समस्या है जोकि CM आवास योजना हों या फिर PM आवास योजना हों एक भी नहीं बन पाएंगे क्योंकि रेत बजरी खनन की पाबंदी लगा रखी है रेट नहीं होगी तो मकान कैसे बनाएंगे लोग बजरी का रोक लगने के कारण लोग अपने आवास रहने के लायक नहीं बना पाएंगे सरकार भले ही कितनी अच्छी सुविधाएं निकाल ले रेत के अलावा मकान नहीं बन पाएंगे धीरे धीरे मकान पहले हैं वह सब भी घर मकान रहने के लायक नहीं बसएंगे क्योंकि बजरी नहीं मिलेगी तो पुराने मकान भी रिपेयर नहीं हो पाएंगे और दूसरे मकान नए भी नहीं बन पाएंगे इसके लिए सरकार को जल्दी से जल्दी कोई कदम उठाना होगा या तो फिर अपनी सुविधा सारे बंद कर दे धन्यवाद