अलवर. आज का युग तकनीक है, आमजन के जीवन को सुगम बनाने के लिए हर दिन तकनीक के क्षेत्र में नए- नए प्रयोग किए जा रहे हैं। यही कारण है कि तकनीक का हर क्षेत्र में तेजी से उपयोग किया जा रहा है, राजनीति में तकनीक का उपयोग करने वाले नेता अभी कम है। लेकिन केन्द्र सरकार में वन, पर्यावरण एवं श्रम मंत्री भूपेन्द्र यादव उन गिने- चुने नेताओं में शामिल है जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को आगे बढाते हुए नवीन तकनीक का उपयोग कर राजनीति को जनोपयोगी बनाने में जुटे हैं। केन्द्र में श्रम मंत्री रहते ई- श्रम कार्ड लाॅच कर अब तक देश में 30 करोड से ज्यादा श्रमिकों का जीवन सुगम बनाने चुके हैं। वहीं केन्द्र में पर्यावरण मंत्रालय का जिम्मा संभालते हुए परिवेश पोर्टल लाॅच कर लाखों लोगों के कार्य को आसान बनाने में महती भूमिका निभा चुके हैं। अब लोकसभा चुनाव में अलवर से भाजपा प्रत्याशी के रूप में तकनीक विशेषज्ञता से लोगों के जीवन को आसान बनाने में जुटे हैं।
आज का युग डेटाबेस है, यही कारण है कि डेटा का उपयोग कर हर क्षेत्र में नवीन कार्य आसानी से किए जा रहे हैं। केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव भी डेटा मास्टर माइंड रहे हैं। राजनीति हो या भाजपा संगठन उन्होंने डेटा का भरपूर उपयोग कर जटिल कार्य को सुगम बनाया है। आज जब तकनीक में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एआई तेजी से पैर जमा रही है, उस दौर में इसका उपयोग करने वालों की संख्या अभी बहुत कम है। भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एआई का ज्यादा से ज्यादा उपयोग पर बल दे रहे हैं, लेकिन अलवर जैसे मध्यमवर्गीय जिले मे इसका उपयोग अभी नहीं के बराबर है। ऐसे में अलवर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एआई का तेेजी से उपयोग कर अलवर के विकास का भविष्य तैयार करने में जुटे हैं।
भाजपा चुनावी प्रचार में एआइ का प्रयोग कर युवाओं को भी पछाडा
लोकसभा चुनाव के दौरान अलवर में जब कोई प्रचार अभियान में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एआई के उपयोग की बात सोच भी नहीं पाया, उस समय भाजपा प्रत्याशी भूपेंद्र यादव ने एआई तकनीक का बेहतर उपयोग कर स्वयं को युवाओं से भी आगे साबित कर दिखाया है। तकनीक के प्रति यादव की जिज्ञासा का अंदाजा इस बात से सहज ही लगाया जा सकता है कि उन्होंने एक क्लिक पर केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा प्रत्याशी यादव के साथ कार्यकर्ताओं की फोटो उनके मोबाइल पर उपलब्ध कराने की तकनीक इजाद कर दिखाई। यही कारण है राजनीति में केवल युवा कहना ही काफी नहीं, बल्कि खुद को साबित करना भी जरूरी होता है, जो भूपेन्द्र यादव ने कर दिखाया।
हजारों कार्यकर्ताओं को एक क्लिक पर मिल चुकी अपनी फोटो
भाजपा प्रत्याशी भूपेन्द्र यादव प्रति दिन सुबह माॅर्निंग वाॅक के दौरान उनके साथ चलने वाले कार्यकर्ताओं को एआई तकनीक से उनके ही मोबाइल पर चंद मिनट में ही उनकी फोटो मुहैया करा रहे हैं। इस तकनीक का लाभ यह हुआ कि कार्यकर्ताओं को केन्द्रीय मंत्री यादव के साथ अपनी फोटो लेने के लिए फोटोग्राफर का इंतजार नहीं करना पडता। सुबह की सैर के समय फोटोग्राफर भाजपा प्रत्याशी यादव के साथ चलने वाले कार्यकर्ताओं की फोटो लेते है, इस एआई एप्लीकेशन के माध्यम से कार्यकर्ताओं को अपने मोबाइल या ई-मेल अकाउंट पर एक एप को अपलोड करना होता है। साथ ही कार्यकर्ता को अपने मोबाइल से स्वयं की सेल्फी लेकर सेव करनी होती है। फिर एआई यूजर मोबाइल पर भाजपा प्रत्याशी के साथ क्यूआर कोड के माध्यम से फोटो प्राप्त कर सकते हैं। अब तक हजारों कार्यकर्ता अब तक केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव से साथ अपनी फोटो प्राप्त भी कर चुके हैं।
आज ही नहीं, कल के भविष्य की सोचते है भूपेन्द्र यादव
अलवर जिला राष्टीय राजधानी क्षेत्र एनसीआर में शामिल हैं, लेकिन तकनीक उपयोग के क्षेत्र में अभी पीछे हैं। जबकि एनसीआर में शामिल दिल्ली, गुरूग्राम, नोएडा आदि शहर एआई तकनीक का उपयोग वहां के विकास में तेजी से कर चुके हैं। अब अलवरवासियों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एआई का उपयोग कर विकास में तेजी लाने की जरूरत है। इसके लिए युवा होना ही काफी नहीं तकनीक में दक्ष जनप्रतिनिधि का होना आवश्यक है। भाजपा प्रत्याशी भूपेन्द्र यादव आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एआई का उपयोग विकास एवं लोगों के जीवन को सरल बनाने में बखूबी कर चुके हैं। इनमें 30 करोड लोगों को ई- श्रम कार्ड के माध्यम से लाभान्वित कराने के साथ ही परिवेश पोर्टल के बडी संख्या में लोगों को पर्यावरणीय क्लीयरेंस, फोरेस्ट क्लीयरेंस सहित अनेक जटिल कार्य को सुगम किया गया है।
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