विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि जिन देशों में कोरोना वायरस के एक्टिव केस अधिक हैं वहां ऐसे इवेंट आयोजित नहीं करने चाहिए जिनसे तेजी से संक्रमण फैलने का खतरा हो. सोमवार को WHO ने यह भी कहा कि बिना वायरस पर काबू किए इकोनॉमी-सोसायटी खोलने का मतलब त्रासदी को आमंत्रण देना है.
WHO के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस एडहैनम घेब्रियेसुस ने यह माना कि काफी लोग पाबंदियों से थक चुके हैं और 8 महीने बाद वापस सामान्य हालात में लौटना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि WHO इकोनॉमी और सोसायटी को फिर से खोलने का पूरी तरह समर्थन करता है. हम चाहते हैं कि बच्चे स्कूल जाएं और लोग अपने दफ्तर, लेकिन हम चाहते हैं कि यह सुरक्षित तरीके से हो.
WHO ने एक बार फिर चेतावनी देते हुए कहा कि कोई भी देश सीधे यह नहीं कह सकता कि अब महामारी खत्म हो गई है. सच्चाई ये है कि यह वायरस आसानी से फैलता है. बिना वायरस पर काबू किए इकोनॉमी और सोसायटी खोलने से त्रासदी की स्थिति पैदा हो सकती है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, WHO ने कहा कि स्टेडियम, नाइट क्लब, धार्मिक स्थान और अन्य भीड़ वाली जगहों के संबंध बड़े पैमाने पर फैले संक्रमण से पाए गए हैं. WHO के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस एडहैनम घेब्रियेसुस ने कहा कि लोगों को जमा होने की अनुमति कब और कैसे दी जाए, इसको लेकर फैसला स्थानीय स्तर पर खतरे को ध्यान में रखकर दिया जाना चाहिए.
बता दें कि मंगलवार को दुनिया में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 2 करोड़ 56 लाख से अधिक हो गई. कोरोना वायरस से दुनिया में 854,984 लोगों की मौत भी हो चुकी है. कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले अमेरिका, ब्राजील और भारत से सामने आए हैं.